Tuesday, 6 December 2016

अंतर्द्वंद्व की आँधी Part 2 of 2

·        अकेले गुमसुम न बैठें।

·        सैर के लिए जाएँ।

·        अपने मित्रों के साथ बातचीत करें।

·        संगीत का आनंद लें।

·        कोई व्यंजन पकाएँ और उसे मज़े से खाएँ।

·        यदि अकेले रहने का मन हो तो प्रकृति के सान्निध्य में रहें।

·        स्वयं को किसी कार्य में व्यस्त रखें।

·        मन का बोझ किसी परम मित्र या सगे-संबंधी से साझा करें।

·        आशावादी लोगों के संपर्क में रहें।

·        निराशा से भरी न तो कोई मूवी न देखें और न ही निराशावादी पुस्तक पढ़ें।

·        अच्छी पोशाक पहनें।

·        शीशे में खुद से बातचीत करें।

·        साहस आपके भीतर है, उसे खुद विश्लेषित करके खोजें।

·        अपनी समस्या / अंतर्द्वद्व पर विजय पाने के लिए खुद से सकारात्मक वार्तालाप करें।

·        जिस स्थान पर समस्या हुई, कोशिश करें कि उस स्थान पर कम से कम जाएँ।

·        नन्हें शिशुओं, बच्चों या पालतू जानवरों के साथ भी खेलें। इससे आपके मन को बड़ी राहत मिलेगी।



 एक नई आशा के साथ फिर मिलेंगे . . .

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